CategoriesKnowledge

श्री मुलेवा पार्श्वनाथ प्रभु

108 श्री पार्श्वनाथ प्रभुजी तीर्थ

क्रमांक 1️⃣2️⃣
3 मई 2021

 🛕श्री मुलेवा पार्श्वनाथ प्रभु 🛕  

मूलनायक – श्री आदिनाथ भगवान है। लगभग 72 से.मी. ऊँची पद्मासन मुद्रा में भगवान मुलेवा पार्श्वनाथ की, सफ़ेद रंग की मूर्ति जो मूलनायक आदिनाथ भगवान की मूर्ति के बगल में है।

तीर्थ – यह अहमदाबाद में राहत रोड़ पर स्थित है।

ऐतिहासिकता – मुलेवा पार्श्वनाथ की यह मूर्ति 200-300 वर्ष पुरानी मानी जाती है। सेठ कुटुम्ब ने 200-300 साल
पहले इदलपुर (अहमदाबाद के उपनगर) में एक मंदिर का निर्माण किया और औपचारिक रूप से इसमें मुलेवा पार्श्वनाथ की मूर्ति स्थापित की। ऐसा माना जाता है कि समय के साथ मंदिर  जीर्णशीर्ण हो गया होगा और मुलेवा पार्श्वनाथ की इस मूर्ति को पंजरापोल लाया गया और आदिनाथ भगवान के मंदिर में स्थापित किया गया। आज के हरिपुरा को पहले इदलपुर के नाम से जाना जाता था। मुलेवा पार्श्वनाथ की मूर्ति बहुत प्रभावशाली, आकर्षक और सुंदर है। इस मूर्ति की पूजा करने वाले भक्त नियमित रूप से इसका प्रभाव महसूस करते हैं। मुलेवा पार्श्वनाथ के इस मंदिर में पूजा करने के बाद अहमदाबाद के कई श्रद्धालु अपनी दिनचर्या शुरू करते हैं। ऐसी धारणा है कि कोई भी भक्त 6 महीने तक लगातार मुलेश्वर पार्श्वनाथ की इस मूर्ति की पूजा नहीं कर सकता है। इस मंदिर का प्रबंधन सेठ हाथीसिंह केसरसिंह ट्रस्ट द्वारा किया जाता है। इस मंदिर को हाल ही में मूर्तियों को स्थानांतरित किए बिना पुनर्निर्मित किया गया था। इस प्रभावशाली मंदिर का दौरा जरूर करना चाहिए । इस मंदिर को “मोरैया पार्श्वनाथ मंदिर” के नाम से भी जाना जाता है।

अन्य मंदिर: अहमदाबाद में 400 से अधिक मंदिर हैं।

शास्त्र: मुलेवा पार्श्वनाथ का उल्लेख “365 श्री पार्श्वजिन नाममाला” में, “श्री शंखेश्वर पार्श्वनाथ छंद” में, “108 नाम गर्हित श्री पार्श्वनाथ भवन” आदि में किया गया है। जीरावाला तिराहे में मुलेवा (मोरैया) पार्श्वनाथ की एक मूर्ति है।