स्थिति को सुधारता है-
हम जिस भी शारीरिक या भावनात्मक परिस्थिति में रहें संगीत उसे अच्छा करने का काम ही करता है। क्योंकि ऎसा देखा गया है कि कुछ धुनों (संगीत) को लेकर हर व्यक्ति ज्यादा संवेदनशील होता है। जिस कारण उस संगीत को सुनकर दिमाग की तनी या तनावग्रस्त नसें शिथिल पड़ती हैं जिससे दिमाग शांत और रिलैक्स भी महसूस करता है। संगीत सुनने से न केवल आपको मानसिक सुकून मिलता है बल्कि यह शरीर पर भी अनुकूल प्रभाव डालता है।
ब्रेन वेव्स पर डालता है प्रभाव-
एक मेडिकल रिसर्च से यह पता चलता है कि संगीत साउंड वाइब्रेशन पैदा करता है जिससे हमारे दिमाग की तरंगे बहुत ज्यादा उत्तेजित भी होती हैं। मुख्यत: यह म्यूजिक की तीव्रता पर भी निर्भर होता है। इससे ही हम उत्तेजना या शांति महसूस कर पाते हैं। संगीत सुनते वक्त ध्यान की मुद्रा में दिमाग में सकारात्मक तरंंगों और वाइबे्रशन का एक तरह से संचार होता है।
संगीत दिमाग और शरीर पर बहुत ही सकारात्मक प्रभाव डालता है। आजकल लोग अपनी हेल्थ को सुधारने के लिए म्यूजिक थेरेपी का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर कर रहे हैं, पर ज्यादातर को इसके बारे में पता भी नहीं है कि मानसिक सुकून और दिमाग को शांत करने में संगीत कितना कारगर सिद्ध होता है। म्यूजिक थेरेपी से न केवल अवसाद को दूर किया जाता है बल्कि दिमाग को शांत भी किया जाता है।
म्यूजिक सेल्फ-एक्सप्रेशन का देता है मौका-
इंसान बिना सेल्फ-एक्सप्रेशन के नहीं जी सकता है इसीलिए तो हर किसी को संगीत सुनना बेहद पसंद भी होता है। व्यक्तिगत तौर पर देखा जाए तो संगीत के माध्यम से ही हम अपनी भावनाओं को एक तरह से जाहिर करते हैं वो भी बिना किसी और की मदद लिए। अगर आप स्वयं संगीत रचना करते हैं तो इसके जरिए आप अपनी भावनाओं को एक बेहतर ढंग से दूसरों के सामने रख भी सकते हैं जो शायद आप शब्दों के माध्यम से शायद ही व्यक्त कर पाएं।
मूड को बनाता है बेहतर-
यह हम सबको पता ही है कि हमारे बेकार मूड को लाइट करने में संगीत बहुत ज्यादा योगदान देता है। हर किसी को यह पता है कि अगर बहुत ज्यादा बेकार मूड हो रहा है तो एक बढिया सा संगीत पूरे मूड को खुशगवार रखने का माद्दा रखता है। लेकिन हममें से बहुत लोगों को यह पता नहीं होगा कि संगीत हमारे दिमाग में सकारात्मक विचार लाने का भी काम करता है। कई वैज्ञानिकों ने अपने शोध में यह जाना है कि बहुत से लोग अपने मूड को बूस्ट करने के लिए अपना पसंदीदा म्यूजिक सुनना बेहद पसंद करते हैं। संगीत में इतनी क्षमता होती है कि वो आपको बुरे मूड में भी नाचने, गाने या थिरकने पर मजबूर कर सकता है। इसलिए हमेशा चाहिए गुड मूड तो म्यूजिक सुनें जरूर।
अनकही भावनाओं को बाहर लाना-
इ न दिनों म्यूजिक थेरेपी का सहारा लेकर डॉक्टर्स पेशेंट के दिमाग को गाइड करते हैं कि सबकॉन्शस माइंड में जो बातें चल रही हैं उसे बाहर निकाला जाए ताकि ऎनजाइटी (चिंता) और अवसाद का पता लगाया जा सके। म्यूजिक आपके स्वास्थ्य समस्या के हल निकालने की एक मुख्य चाबी भी है और इसके कारण ही आप अपनी अनकही भावनाओं को भी मन से बाहर निकाल सकते हैं।