Description
क्या आप परेशान हो?
व्यापार में उन्नति, भाग्य में वृद्धि के लिए स्थापित करे.
1️⃣ शंख:
👉 घर के पूजा स्थल में शंख कैसे रखना चाहिए ?
▶️ स्थान: शंख को पूजाघर की ईशान कोण में रखना चाहिए। यह दिशा शुभ मानी जाती है और अध्यात्म और सकारात्मक स्पंदनों से जुड़ी है। अभिविन्यास: शंख को पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके खोलना चाहिए। यह इसे ब्रह्मांडीय ऊर्जा के प्रवाह के साथ संरेखित करता है और सकारात्मकता को बढ़ावा देता है।
▶️ पूजा स्थल में शंख कैसे रखना चाहिए ?
Shankh Puja: पूजा घर में शंख रखने के
शंख को धरती पर भी नहीं रखना चाहिए। इसे हमेशा एक साफ कपड़ा बिछाकर रखें। पूजन के समय शंख में जल भरकर रखा जा सकता है।
2️⃣ वासक्षेप:
👉 वासक्षेप का उपयोग
▶️ गुरुभगवंतो का अभिमंत्रित वासक्षेप है
हररोज न्हाने के बाद अपने मस्तक पर चपटी जरुर लगाये,
3️⃣ औषधी चुणॅ:
👉 औषधी चुणॅ का उपयोग
▶️ औषधी की स्नान विधी
👉 इसे एक काच के कटोरे में ले और स्नानघर में ले जाए। साबुन से न्हाने के बाद आधी बाल्टी पानी में दो चुणॅ मिलकार सिर में 9 बार अभिषेक करें, इस डब्बी को बाथरूम में न ले जाए। इसे साफ, स्वस्छ स्थान पर रखे। औषधी से स्नान करने के बाद साबून का इस्तेमाल न करे। स्नान करते वक्त निम्न मंत्र 9 बार बोलना है। इस प्रकार लगातार 20 दिनो तक औषधी स्नान करने से ग्रह शांत होते हैं और शांति की कृपा मिलती है।
👉 इस औषधी स्नान से अशुभ ग्रहो की बुरी छाया से छुटकारा मिलता है,जीवन में आनेवाली सभी बाधाएं शांत होती है। सभी कार्यों में सफलता मिलती है।
▶️ मंत्र:- ।।ૐ ह्रीं सिद्धिदायकाय नमः ।।
4️⃣ अष्टगंध:
👉 अष्टगंध के उपयोग के फायदे
प्रतिदिन अष्टगंध का तिलक प्रभावशाली होता है। सफलता के द्वार खुलते हैं. अष्टगंध से यंत्र बनाए जा सकते हैं। श्रीयंत्र की भी पूजा की जा सकती है. एक बार ऑर्डर करने के बाद उपयोग करने पर अपेक्षित परिणाम देखने को मिलते हैं। गुलाब जल के साथ प्रयोग करने पर यह घर में सकारात्मक वातावरण बनाता है और जादू-टोना, नजर दोष आदि के प्रभाव से छुटकारा दिलाता है।
5️⃣ गोमती चक्र:
👉 गोमती चक्र के फायदे
▶️ गोमती चक्र कहां रखना चाहिए ?
गोमती चक्र बच्चों की रक्षा करता है और लोगों को धन, खुशी और अच्छा स्वास्थ्य प्रदान करता है। गोमती चक्र को अंगूठी, पेंडेंट या शरीर पर बैंड के रूप में पहना जा सकता है या बैग या बटुए में रखा जा सकता है। धन, सौभाग्य और दैवीय आशीर्वाद लाने के लिए इन्हें घर, कार्यालय, दुकान, वेदी, कैश बॉक्स, प्रवेश द्वार या कार्य डेस्क पर भी रखा जा सकता है।
▶️ गोमती चक्र किसका प्रतीक है ?
SSKR पूजा के लिए प्राकृतिक गोमती …
गोमती चक्र द्वारका में गोमती नदी में पाया जाता है, जो भारत में गुजरात का एक हिस्सा है. गोमती चक्र को सुदर्शन चक्र के रूप में भी जाना जाता है क्योंकि यह भगवान कृष्ण के दिव्य हथियार जैसा दिखता है ” सुदर्शन चक्र. माना जाता है कि यह भाग्य लाता है और विशेष रूप से आध्यात्मिक अनुष्ठानों में उपयोग किया जाता है.
6️⃣ रुद्राक्ष:
👉 रुद्राक्ष का महत्व
▶️ ज्योतिष शास्त्र की मानें तो जो कोई विधिवत पंचमुख रुद्राक्ष धारण करता है, उसे मानसिक शांति मिलती है. अनावश्यक मन विचलित और परेशान नहीं रहता है. – इस रुद्राक्ष को धारण करने से आध्यात्मिक शक्ति अर्जित करने में मदद मिलती है. – ज्योतिष के जानकार धन और समृद्धि पाने के लिए पांच मुखी रुद्राक्ष को धारण करने की सलाह देते हैं
▶️ इस दिन भगवान शिव की प्रतिमा के समक्ष दीपक जलाएं और बेलपत्र अर्पित करें. इसके बाद 5 मुखी रुद्राक्ष धारण करने का मंत्र “ॐ ह्रीं क्लीं नम:” का जप करें. ये सभी क्रियाएं संपन्न करने के बाद ही पंचमुखी रुद्राक्ष धारण करें.
7️⃣ अत्तर:
👉 आप अपने घर मे जाप करते समय दोनो हाथ पर लगाना है
8️⃣ कोडी:
👉 सफेद कौड़ी से क्या होता है ?
▶️ व्हाइट कौरी को धन और पूरे दौर में समृद्धि लाने के लिए माना जाता है. यही कारण है कि यह वास्तव में दुल्हन के विवाह अनुष्ठानों और परिधान का हिस्सा है. कौरी को समद्र मन्थन से देवी लक्ष्मी और अन्य दुर्लभ दिव्य और पवित्र प्रोडक्ट के साथ उत्पन्न होना चाहिए. कौरी को देवी लक्ष्मी के लिए बहुत प्रिय माना जाता है,
▶️ कौड़ी की पूजा कैसे की जाती है ?
घर की तिजोरी में रखें कौड़ी
अगर आपके हाथों से व्यर्थ ही धन व्यय होता है तो आप शुक्रवार के दिन घर के मंदिर में माता लक्ष्मी की तस्वीरके पास 5 कौड़ी रखकर उनकी पूजा करें। इन कौड़ियों को एक लाल कपड़े में बांधकर घर की तिजोरी में रखें। इस उपाय से आपके घर में कभी धन की कमी नहीं होगी और व्यर्थ का खर्चा रुकेगा।
9️⃣ माला:
👉 जाप करते समय इस माला का अवश्य उपयोग करें.
🔟 रक्षापोटली:
👉 ऐक नवकार महामंत्र गिने के जमणे हाथ पर बांधना है
1️⃣1️⃣ स्वाधु पावडर (छोटी डब्बी):
👉 जब आप जाप करने बैठे तो थोडा सा चपटी निकालके दोनो हाथ पर लगाना है और मुंह पर…
1️⃣2️⃣ श्री यंत्र कार्ड:
👉 मंदिर में श्री यंत्र कहां रखें ?
▶️ यदि आपके पास श्री यंत्र की तस्वीर है तो उसे हमेशा पूर्व या उत्तर दिशा में रखना चाहिए। यदि श्री यंत्र क्रिस्टलीकृत रूप में है तो आप इसे उत्तर दिशा में केंद्रीय बिंदु पूर्व की ओर रखते हुए रख सकते हैं। अधिकतम लाभ प्राप्त करने के लिए आप श्री यंत्र के पास एक शिव लिंगम रख सकते हैं।
क्या हम श्री यंत्र को लॉकर में रख सकते हैं?
धन और समृद्धि को आकर्षित करने के लिए श्री यंत्र को लॉकर या मंदिर में रखा जा सकता है :
👉 श्री यंत्र के क्या फायदे हैं ?
▶️ व्यक्ति को नौकरी में तरक्की मिलती है और धन का अभाव नहीं होता. – शास्त्रों के अनुसार घर में श्री यंत्र स्थापित करने से वास्तु दोष दूर हो जाते हैं और घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है. – घर में श्री यंत्र स्थापित करने से वैवाहिक जीवन सुखमय रहता है. पति-पत्नी के रिश्तों में मिठास रहती है और परिवार में खुशहाली आती है
👉 श्री यंत्र कितना शक्तिशाली है ?
▶️ श्री यंत्र को सभी यंत्रों की जननी कहा जाता है। श्री यंत्र आपके जीवन में भाग्य, धन और समृद्धि लाएगा । यह नाम, प्रसिद्धि और सौभाग्य लाएगा। यह मानसिक शांति और स्थिरता भी देता है और नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है,
1️⃣3️⃣ नाग नागिन सेट:
👉 संपूर्ण नाग नागिन सैट
(विशेष धातु द्वारा निर्मित)
▶️ इस सैट को अपने मंदिर में रखना है और जब 125 माला गिनने के बाद आपको ये नाग नागिन का सैट अपने सर से 7 बार गुमाके नदी या तालाब में पधारना है…
1️⃣4️⃣ नवग्रह पेन्सिल:
👉 ये नवग्रह पेन्सिल अपने मंदिर में रखना है
1️⃣5️⃣ क्रिस्टल ब्रेस्लेट:
👉 क्रिस्टल ब्रेसलेट पहनने से क्या होता है ?
▶️ क्रिस्टल ब्रेसलेट पहनने से एक अच्छी और अबाधित नींद सुनिश्चित होती है। लक्ष्मी, दुर्गा, सरस्वती और अन्य देवी-देवताओं की पूजा करते समय मंत्रों की गिनती के लिए क्रिस्टल का उपयोग किया जाता है।
👉 ब्रेस्लेट धारण करने की विधी
▶️ जल से शुद्ध करें शुद्ध वस्त्र में पूर्व दिशा की और मुख करके आपको लेफ्ट हैंड में ब्रेसलेट रखना है और उसके उपर अपना राईट हेंड रखना है ! अब आपके संकल्प यानि की हेतु को 3 बार बोलना है फिर 3 बार नवकार मंत्र या अपने इष्ट देव का नाम लेना है और अपनी हथेली में रखें !
👉 ब्रेस्लेट से आपका कार्य पूर्ण होगा उस विश्वास के साथ आपको उसे धारण करना है! रोज दिन में 1 बार ब्रेसलेट पर हाथ रखकर अपना संकल्प बोलना है और उसके लिए जो भी पुण्य उजाॅ और पुरुषार्थ की उर्जा जो आप कर रहे हो वो करते रहेना है! अंत में शुद्ध ब्रेसलेट आपकी शारीरिक और मानसिक ऊर्जा को बढाता है, और इसे नियमित रूप से धारण करने से इसके लाभों को अधिक से अधिक प्राप्त कर सकते हैं !
1️⃣6️⃣ भक्तामर रक्षाकवच (राखी):
👉 भक्तामर रक्षाकवच कैसे धारण करे
▶️ आपको भक्तामर रक्षाकवच मिल गया होगा अब आपको शुद्ध वस्त्र में अपने राईट हेंड में ये रक्षाकवच रखने के बाद उसके उपर अपना दूसरा हाथ रखना है अब आपको 3 नवकार मंत्र गिनना है ! और आपको भक्तामर स्तोत्र की पहली गाथा गिननी है…
👉 रक्षाकवच संकल्प
▶️ मुझे सभी प्रकार की सुख शांति और स्वस्थता की प्राप्ति के साथ आथिॅक उन्नति मिलने में सहयोग उजाॅ मील गयी है, इस प्रकार के भाव से आपको ये संकल्प 3 बार बोलना है,अब फिर से 3 बार नवकार मंत्र को गिनने के बाद आपको ये रक्षाकवच पहेनना है…
1️⃣7️⃣ ओराक्लीनींग पावडर:
👉 (वास्तु दोष दुर करने हेतु )
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1️⃣ इस पावडर से पौछा करने से भवन की औरा स्वच्छ रहेती है और वास्तु दोष दुर होता है !
2️⃣ इस पावडर से क्रिस्टल की बेड एनजीॅ दुर कर शकते है !
3️⃣ इस पावडर से गले के नीचे से स्नान करने से व्यक्ति की औरा स्वच्छ एवं स्वस्थ रहेती है !
4️⃣ घर की नेगेटीवीटी दुर होती है
1️⃣8️⃣ 👉 त्रिशक्ति यंत्र (TRI ENERGY SYMBOLS)
💥 स्वस्तिक, ओम और त्रिशूल का मिलाजुला चिन्ह है घर पर, तो नही लगेगी बुरी नजर…
▶️ आजकल बाजार में इन तीनों का मिला-जुला एक चिन्ह मिलता है ! सबसे उपर त्रिशूल, बिच में ओम और अंत में स्वस्तिक ! तीनों को मिलाकर बना यह चिन्ह द्वारा के उपर लगाया जाता है ! इससे लगाने से जहां बुरी नजर से, नकारात्मक शक्ति से और भूत प्रेतों से बचा जा सकता है, वहीं इससे घर में सकारात्मक उर्जा का प्रवेश होता है जिसके चलते घर में सुख, शांति और समृद्धि में बढ़ोतरी होती है …
1️⃣9️⃣ स्पेशयल कार्ड:
👉 इस कार्ड को अपने मंदिर में रखना है
और दिन में एक बार दोनों हाथ में यंत्र को नजर के सामने रखे और 9 बार बोले,
जो कार्ड पर लिखा है उसका नाम के साथ बोलना है
इस यंत्र की शुभ उजाॅ मुझे मिल रही है और मेरा कायॅ पूर्ण हो रहा है !
2️⃣0️⃣ श्री कुबेर धनलक्ष्मी वर्षा यंत्र
👉 कुबेर यंत्र के क्या फायदे हैं ?
▶️ यह यंत्र भगवान कुबेर को समर्पित है जो धन और धन का देवता है, और इसलिए व्यवसाय में धन, धन और सफलता के साथ-साथ धन का अधिग्रहण और संचय प्रदान करता है। इस यंत्र के मालिक को धन और समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है। किंवदंतियों का उद्धरण है कि कुबेरा स्वर्ग में बैंकर है, और वह यक्षों के देवता हैं।
👉 कुबेर लक्ष्मी कौन है ?
▶️ माँ लक्ष्मी कल्याणकारी और शुभ हैं जबकि श्री लक्ष्मी की कृपा से कुबेर धन के देवता हैं। मां लक्ष्मी की कृपा से कुबेर को शक्ति प्राप्त होती है। मां लक्ष्मी के बिना कुबेर भिखारी के समान हैं। माता लक्ष्मी संपूर्ण जगत की माता हैं और कुबेर उनकी संतान हैं।
👉 कुबेर का मंत्र कौन सा है ?
▶️ पहला मंत्र : ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धनधान्याधिपतये, धनधान्यसमृद्धिं मे देहि दापय स्वाहा॥ यह मंत्र मां लक्ष्मी और कुबेर देवता का माना जाता है. कहते हैं जिस व्यक्ति को जीवन में कहा जाता है कि इस मन्त्र के जाप से व्यक्ति के जीवन में ऐश्वर्य, पद, प्रतिष्ठा, सौभाग्य की प्राप्ति होती है.
2️⃣1️⃣ गोमती चक्र का महत्व नंबर 5 मे बताया गया है.